उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath Sinking Town) के "धंसते शहर" में 700 से अधिक घरों में दरारें आ गई हैं. यहां से निवासियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है. प्रतिबंधित ड्रिलिंग गतिविधि रात के अंधेरे में भी चल रही है. इस बीच NDTV की जोशीमठ के टीम जेपी पावर प्लांट (Jaypee's power plant) के आवासीय परिसर के अंदर पहुंची है. टीम ने वहां से कई एक्सक्लूसिव तस्वीरें और वीडियो लिए हैं, जिसमें दीवारों में पड़ी मोटी दरारों और जमीन के धंसने को देखा जा सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, जेपी प्लांट के आवासीय परिसर का मेस ढहने लगा है. छत धंसने लगी है. दीवरों से पत्थर गिर रहे हैं. यहां के मेस का पूरा बाथरूम कई फुट नीचे धंस चुका है. जेपी के पूरे आवासीय परिसर को खाली कराकर इसे रेडज़ोन घोषित कर दिया गया है.
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