![]() | |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत(दाएं से दूसरे) साथ में मौजूद हैं केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा (फोटो-Twitter/@mukeshrajput_mp) |
पूरे मामले पर एक नजर
इस केस में सिटी मजिस्ट्रेट जैनेन्द्र कुमार जैन के सामने फरियाद लगाने वाले शख्स नन्द किशोर का कहना है कि 9 फरवरी 2000 को उसकी शादी इस महिला से हुई थी। 2006 में करवाचौथ पर्व से लगभग 10 दिन पहले उसकी पत्नी घर से गायब हुई तो वापस नहीं लौटी। युवक का आरोप इस दौरान उसकी पत्नी उन लोगों की एक छोटी बेटी, जेवर, कपड़ा, सामान और पैसे लेकर फरार हो गयी थी। इस युवक ने जब महिला के मायके में पता किया तो वहां भी इस महिला का पता नहीं चला।
केस में सांसद की एंट्री
इस घटना के लगभग दो महीने बाद फर्रुखाबाद के बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत ने पीड़ित पति को बुलाया और कहा कि तुम्हारी बेटी की मौत हो चुकी है। और तुम्हारी पत्नी अब तम्हारा त्याग करना चाहती है इसलिए तुम उसे तलाक दे दो। नन्द किशोर ने बताया कि कुछ दिन बाद उन्हें पता चला कि उसकी बेटी जीवित है, और सांसद ने उसकी मृत्यु की गलत खबर उसे दी थी। नन्द किशोर जब इसकी जानकारी लेने गया तो सांसद ने उसे गाली गलौज कर भगा दिया। शिकायतकर्ता ने कहा कि सांसद ने उसकी पत्नी का नाम बदलकर शीतल राजपूत रख दिया है। और उसके साथ शादी कर ली है। फरियादी नन्द किशोर का कहना है कि उसकी पत्नी अब दिल्ली और लखनऊ में सांसद के साथ रहती है। और सांसद के साथ रहते हुए उसे एक बेटी भी पैदा हुई है।
आरोपों से सांसद का इनकार
सांसद मुकेश राजपूत ने इन सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि जिला पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के लिए समाजवादी पार्टी के कुछ नेता ये प्रोपगैंडा खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे जिले के एसपी से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। मुकेश राजपूत का कहना है कि जिला पंचायत चुनाव के बाद इस साजिश रचने वालों को बेनकाब किया जाएगा।
सांसद से मामला जुड़े होने की वजह से डीएम और एसपी भी इस मामले की जांच में सावधानी बरत रह हैं। डीएम जैनेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि युवक द्वारा पत्नी और बेटी के अपहरण की शिकायत मिली है। इस केस को जांच के लिए शहर कोतवाली भेज दिया गया है।