तुफैल इदरीसी
अमेठी। करीब एक पखवाड़े पूर्व जिले के अमेठी कोतवाली क्षेत्र के परसावां में बदमाशों द्वारा हमला किए जाने से घायल दलित अमीन की ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं शव के यहां पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने अमेठी-सुल्तानपुर मार्ग अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के मान मनौबल के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार अमेठी कोतवाली के परसावां गांव निवासी दलित जगदीश अमीन के पद पर कार्यरत था। बीते 24 मई को बदमाशों ने घर में घुसकर उसको बुरी तरह मारा-पीटा और कुल्हाड़ी से सिर पर वार कर दिया। परिजन उसे लेकर सीएचसी अमेठी आए जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल सुल्तानपुर रेफर कर दिया। एकाएक यहां तबियत बिगड़ने पर डाक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रैफर किया। जहां जिंदगी और मौत की जंग में वो जिंदगी की गंवा बैठा।
बेटे को नौकरी और हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन
उधर जगदीश की मौत की ख़बर पाकर ग्रामीणों में उबाल आ गया और वो संगठित होने लगे। दिन में जैसे ही जगदीश का शव आया ग्रामीणों ने उसे अमेठी-सुल्तानपुर मार्ग के बीचों बीच रखा और प्रदर्शन शुरु कर दिया। दरअसल ग्रामीणों के प्रदर्शन में दो प्रमुख मांगे थी। पहली ये कि मृतक के बेटे को तत्काल नौकरी दी जाए और दूसरी ये कि हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।