तुफैल इदरीसी
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कांशीराम कॉलोनी के रहने वाली मुस्लिम महिलाओं ने प्रदेश की योगी सरकार पर बदलने की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। दरअसल महिलाओं ने ऐसा इसलिए कहा कि कॉलोनी की जिस मस्जिद में उनके बच्चे सात सालों से नमाज पढ़ रहे थे, प्रशासन ने उस मस्जिद से माइक उतरवा दिया है। अब इस मामले को लेकर महिलाओं ने डीएम से मुलाकात की है।
पढ़िए क्या है पूरा मामला
यहां लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाइवे पर आरटीओ ऑफिस के सामने कांशीराम आवासीय कॉलोनी बनी है। कॉलोनी बनने के बाद से यहां के लोग पिछले 7 सालों से रमजान महीने में अस्थाई मस्जिद बनाकर नमाज और तराबीह की इबादत अदा करते हैं। इसके लिए इन कॉलोनी वालों ने चंदा जमाकर माइक भी लगा रखा है जो रमजान के बाद बंद कर दिया जाता है।
7 सालों की परंपरा पर आपत्ति
बावजूद इस सबके इस वर्ष रमजान शुरू हुआ तो जिन्हें 7 साल से कोई आपत्ति नहीं थी उन्हें आपत्ति हो गई। आरोप है की कुछ तथाकथित व्यक्तियों ने सौहार्द बिगड़ने और लॉ इन ऑर्डर फेल करने के लिए ऐसा किया। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए माइक हटवा दिया।
एसडीएम से की 10 दिनों तक फरियाद, नहीं हुई सुनवाई
इसके बाद अपनी लड़ाई लड़ते हुए कॉलोनी की महिलाओं और पुरुषों ने एसडीएम सदर से लेकर तहसील दिवस तक में अपना पक्ष रखा। यहां के निवासियों का तर्क है की पहले तो करीब में कोई मस्जिद है नहीं और छोटे बच्चे भी रोजे रखते हैं, ऐसे में हाइवे पार कर मस्जिद जाना उनके लिए खतरनाक है। उधर लोगों का ये भी कहना है कि निर्देश तो ये है कि नया काम नहीं होगा तो फिर माइक क्यों हटाया गया। लोगों ने आरोप लगाया कि बदले की भावना से इस सरकार में काम हो रहा है, यही कारण है कि रोजेदार अधिकारियों से फरियाद लगाते हुए चक्कर काट रहे हैं और अधिकारी मौके पर जाकर सच्चाई जानने में लापरवाही बरत रहे हैं।
मामले के निस्तारण के लिए डीएम ने एडीएम को दिया निर्देश
इसी संबंध में महिलाओं और पुरुषों ने डीएम हरेंद्रवीर सिंह के कार्यालय का घेराव किया। हालांकि डीएम ने घेराव की बात से इनकार करते हुए मुलाकात की बात कही है। डीएम ने बताया कि लोगों ने माइक लगवाने की फरियाद की है और अपना पक्ष रखा है, जिस पर एडीएम को मौके पर जाकर मामले के निस्तारण का निर्देश दे दिया गया है।