महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में 48 घंटे में 56 मरीजों की मौत हो गई है। इसमें से 31 मौतें नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुईं। इनमें 12 शिशु भी शामिल हैं।
नांदेड़ में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 24 घंटे में 24 मौतें दर्ज की गईं। इसके बाद 1 से 2 अक्टूबर के बीच सात अन्य मौतें दर्ज की गईं। छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 2 अक्टूबर को सुबह आठ बजे से तीन अक्टूबर सुबह आठ बजे के बीच 18 मौत दर्ज की गईं।
नांदेड़ के अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि सरकारी अस्पताल में जब 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 11 शिशुओं की मौत हुई, उस समय नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में 24 बिस्तर की स्वीकृत क्षमता के मुकाबले कुल 65 मरीजों का इलाज किया जा रहा था। MS Dhoni New Look: लंबे बालों में धोनी का धमाकेदार वापसी
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मौतें विभिन्न कारणों से हुईं, जिनमें दिल का दौरा, निमोनिया, गुर्दे की विफलता, यकृत की विफलता, सड़क दुर्घटना, जहरीले पदार्थ और अपेंडिक्स फटना शामिल हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
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