फीरोजाबाद में राशन घोटाला, मुर्दे भी ले रहे हैं राशन


सौरभ उपाध्याय
फिरोजाबाद। अफसरों की निक्रियता और राशनडीलरों की मनमानी के चलते जिले में बडे स्तर पर गरीबों के राशन पर डाका डालकर काला बाजारी की जा रही है। आए दिन राषन डीलरों की षिकायतें आ रही है लेकिन प्रषासन मौन स्वीकृति दिये हुए है।
राषन डीलर फर्जी राषन कार्ड बनाकर गरीबों के राषन को बेच रहे हैं। लेकिन जब न्याय दिलाने वाले ही धृतराट बन जाये तो पीडित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो ही जाता है। ऐसा ही एक मामला गाजीपूर गॉव का हैं। पीडित की मानें तो वह निम्नस्तर से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक के चक्कर काट चुका है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुयी है। जांच के नाम पर अधिकारी मामले को दबाने में लगे हुए हैं , सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। इतना ही नहीं पीडित पक्ष एक-एक फर्जी कार्डधारकों के नाम गिना रहा है सूची भी दिखा रहा है। लेकिन फिर भी कोई सुनने वाला नहीं है।
           मामला गॉव गाजीपुर के राषन की दुकान का है। जिसका संचालन ग्राम प्रधान सुलेखादेवी  का पति अजय भारद्वाज द्वारा किया जा रहा है। लेकिन राषन की दुकान विजय कुमार पुत्र सीताराम के नाम पर अंकित है। पीडित का आरोप है कि राषन डीलर फर्जी कार्ड बनाकर कई सालों से गरीबों के राषन को पचा रहा है। राषन की दुकान करने वाले डीलर के यहॉ 78 कार्ड बोगस और डबल हैं। सालों से इन कार्डो का राषन, डीलर प्राप्त कर रहा है और विभागीय  अधिकारियों की मिली भगत से राषन की कालाबाजारी कर रहा है। इससे सरकार को तो नुकसान हो ही रहा है, गरीबों के पेट का निबाला भी छीना जा रहा है।
गॉव की साधना षर्मा पिछले माह से तहसील दिवस से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक षिकायत कर चुकी है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। फिर जब षिकायत कर्ता ने बार-बार षिकायत की तो इसकी जांच क्षेत्रीय पूर्ति अधिकारी को सौप दी गई लेकिन अफसरों की मेहरबानी के चलते जांच की भी खानापूर्ति हो गयी। मुख्यमंत्री दरबार से भी जांच डीएम के पास आयी,  तो डीएम ने जांच सम्बन्धित अधिकारी को सौंप दी और वो जांच जिलापूर्ति अधिकारी के पास आयी जिसमें कोई कार्यवाही नहीं हुयी।
यह हाल तब है जब षिकायतकर्ता सभी फर्जी व बोगस कार्डों के नाम की सूची दिखा रहा है, साधना षर्मा ने खुद का राषनकार्ड बनने के बाद भी राषनकार्ड न देने की षिकायत की है। अब अधिकारी भी जांच को दबाने की तैयारी पूरी कर चुके हैं। पीडित का कहना है अधिकारियों की मिली भगत के कारण डीलर पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
ये कार्ड है डबलः
पुष्पा देवी, फूलवती, अंगूरी देवी, गुडडी देवी पत्नी मूलचंद्र, कलावती, आषादेवी, मुन्नीदेवी, दुर्गा देवी, अमृता, राधा, रूपा देवी, राजकुमारी पत्नी रविन्द्र, उर्मिला, सावंती, षीलादेवी, षांती देवी, राजकुमारी, सरोज, अंगूरी देवी, गुडडी देवी पत्नी राकुमार, आदि ये नाम पात्र गृहस्थी और अन्त्योदय की सूची में है।
इन फर्जी कार्डों पर प्राप्त हो रहा है राषनः
परसुना देवी, गिरजा देवी, चरण देवी, फूलमाला, फूलवती, सीमा,सुनीता ,विमलेष, जलदेवी, पूर्तिदेवी, सुगरश्री, विद्यावती, जयश्री, षारदा देवी, गायत्री देवी, ममता देवी, कुसुमा देवी, रामबेटी, रीना, अनीता, ललिता, षीला, मार्गश्री, प्रेमवती, रेनू देवी, विजय कुमारी, षकुंतला, केसा देवी, बृह्मा देवी आदि नाम षामिल हैं। ये सश्ी गॉव में ही रहते हैं लेकिन इनके नाम पर राषन उठ रहा है।
मुर्दे भी ले रहे हैं राषनः
तीन कार्ड धारक ऐसे भी हैं जो इस दुनिया में नही है लेकिन राषन डीलर पूरी जिम्मेदारी से उन्हें भी राषन पहुंचा रहा है। लेकिन ये बात किसी को भी नहीं पता कि वह राषन कैसे पहुंचाता है। इनमें चरन देवी पत्नी नेमी चंद्र, अंगद सिंह पुत्र धाराजीत और अतरप्यारी पत्नी कुॅवरसेन षामिल हैं।

मामला संज्ञान में है फर्जी व डबल कार्ड द्वारा राषन लिये जाने की षिकायत प्राप्त हो रही है। जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी,।
                                अम्बरीष कुमार बिन्दु
                             एसडीएम सदर,फिरोजाबाद
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