लंदन: महिला विश्व कप से पहले डिनर पार्टी में एक
इंटरव्यू के दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने एक पाकिस्तान
पत्रकार की बोलती बंद कर दी। मिताली राज का मानना है कि उनकी हमवतन पुरूष
खिलाड़ियों से तुलना नहीं की जानी चाहिए और साथ ही उन्होंने क्रिकेट के जुनूनी देश
का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद पहचान नहीं मिलने पर भी अफसोस जताया।
पत्रकार
के सवाल पर भड़की मिताली
इस
दिग्गज महिला खिलाड़ी से जब पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान में उनका पसंदीदा पुरूष
क्रिकेटर कौन है तो उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी। मिताली ने कहा कि क्या आप इसी
तरह का सवाल किसी पुरूष क्रिकेटर से करते हो? क्या आप उनसे पूछते हो कि आपकी पसंदीदा
महिला क्रिकेटर कौन है?
भारतीय
महिला खिलाडियों को पुरूषों की तरह प्रचार नहीं मिलता: मिताली
उन्होंने
कहा कि मुझसे हमेशा पूछा जाता है कि आपका पसंदीदा क्रिकेटर कौन है लेकिन आपको
उन्हें पूछना चाहिए कि उनकी पसंदीदा महिला क्रिकेटर कौन है? मिताली महिला विश्व कप की पूर्व संध्या पर रार्ति भोज और मीडिया
राउंडटेबल में भाग ले रही थी। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला खिलाडियों को पुरूषों
की तरह प्रचार नहीं मिलता। भारतीय कप्तान ने कहा कि बहुत भारी अंतर है क्योंकि
हमारे मैच टेलीविजन पर नियमित तौर पर प्रसारित नहीं किए जाते हैं। अब बीसीसीआई के
प्रयास से पिछली दो घरेलू श्रृंखलाओं का प्रसारण किया गया और इससे सोशल मीडिया में
भी काफी सुधार हुआ है लेकिन जहां तक पहचान का सवाल है तो अभी काफी लंबा रास्ता तय
करना है। मिताली ने कहा कि टीम को कोच तुषार अरोठे के मार्गदर्शन में फायदा हुआ
है।
पुरूष
क्रिकेटर मानक तय करते हैं: मिताली
उन्होंने
कहा कि पुरूष क्रिकेटर मानक तय करते हैं। उन्होंने जो मानक तय किए हैं हम हमेशा
वहां पहुंचने की कोशिश करते हैं। हम सभी पुरूष क्रिकेट का अनुसरण करते हैं क्योंकि
हम चाहते हैं कि कभी न कभी महिला क्रिकेट उस स्तर पर पहुंचेगा। मिताली ने कहा कि हम सभी को किसी न किसी स्तर
पर पुरूष क्रिकेटरों ने कोचिंग दी है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि उनके रहने से
अभ्यास सत्र में गंभीरता आती है।
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